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बिन ब्याही कुंवारी दुल्हन की पहली सुहागरात की खतरनाक चुदाई

 बिन ब्याही कुंवारी दुल्हन की पहली सुहागरात की खतरनाक चुदाई हिंदी सेक्स कहानी

 बिन ब्याही कुंवारी दुल्हन की पहली सुहागरात की खतरनाक चुदाई हिंदी सेक्स कहानी : हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सुकन्या है और मैं भोली भाली कुंवारी बच्ची एक कुंवारी लड़की हूँ और आज मैं मेरे पहले सेक्सी की घटना इस हिंदी सेक्स स्टोरी के माध्यम से आप सभी के साथ शेयर करने जा रही हूँ यदि आप को पसंद आये तो मेरे जीवन की पहली चुदाई की इस हिंदी सेक्स कहानी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना मत भूलना. अब सीधे मेरी पहली चुदाई की सेक्स कहानी पर आते हैं… मेरे पापा मम्मी दोनों नौकरी करते हैं और मैं भोली भाली कुंवारी बच्ची अभी स्कूल में पड़ती हूँ मेरे पापा और माँ सुबह सुबह अपने दफ़्तर चले जाते और मैं स्कूल! 

मैं दिन में स्कूल ख़त्म करके अपने घर आ जाती थी और मेरे पापा मम्मी अपने ऑफिस के कम से फ्री होकर देर रात तक घर आते थे जिस वजह से मैं भोली भाली कुंवारी बच्ची पूरा दिन घर पर अकेली ही रहती थी. हमारा घर काफी बड़ा था इसलिये पापा ने सोचा कोई किरायेदार रख लेते हैं जिससे कुछ पैसे भी मिल जाया करेंगे और मकान की साफ सफाई भी फ्री में हो जाया करेगी. दो तीन दिन में ही एक शादी शुदा युगल किराये पर रहने के लिए हमारा घर देखने के लिये आए, संस्कारी रेखा आंटी जी और शराबी दिनेश अंकल…

बिन ब्याही कुंवारी दुल्हन की पहली सुहागरात की खतरनाक चुदाई हिंदी सेक्स कहानी

 


दोनों पति पत्नी बहुत अच्छे थे. आंटी जी दिखने में बहुत सुन्दर और सेक्सी थी उनकी उम्र लगभग 25 वर्ष थी और शराबी किरायेदार अंकल की लगभग 27 साल होगी वो शराब पीते थे मगर फालतू का लड़ाई झगड़ा नहीं करते थे वो अपने शौक शांति से करते थे. यहाँ भी देखें: नंगी श्रीदेवी की रसभरी चूत और बदबूदार गांड की बहुत शानदार चुदाई उन दोनों पति पत्नी की कोई संतान नहीं थी और वो मुझे अपनी बेटी जैसा ही समझते थे. वे शराबी किरायेदार अंकल और आंटी जी मुझे भी बहुत ज्यादा अच्छे लगते थे, आंटी जी तो मुझे बस दूसरी माँ लगती क्योंकि जब भी माँ मुझे डाँटती तो वो मुझे लेकर अपने रूम में चली जाती, मेरी पसंद की चोकलेट और गुलाब जामुन देती.

शराबी किरायेदार अंकल भी मुझे बिलकुल अपनी बेटी की तरह बहुत प्यार करते, कभी नहीं डाँटते थे. अचानक एक शाम को फोन आया कि राजस्थान में मेरे सगे अंकल एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए हैं और उन्हें बहुत ज्यादा चोटें आई है. मेरी सगी कंचन आंटी जी वहाँ हॉस्पिटल में अकेली हैं, पापा और माँ को जाना ही था, पर मेरा आखरी एग्जाम दो दिन बाद था, माँ और पापा परेशान थे, जाना जरुरी था और मुझे अकेला कैसे छोड़ें ! तभी हमारी किरायेदार रेखा आंटी जी और दिनेश शराबी किरायेदार अंकल वहाँ आये और बोले- चिंता की कोई बात नहीं, हम सुकन्या बेटी को सम्भाल लेंगे. माँ पापा का टेन्शन कम हो गया. 

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सुहागरात की पहली चुदाई की और सेक्स कहानी यहाँ देखें:

 

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