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XXX Stories भला आदमी देख चूत और गांड मरवा ली - Antarvasna Hindi Sex Story



मेरी पिछली कहानी पढ़ कर एक आदमी ने मुझे मेल किया. वो आदमी मुझे भलामानुष लगा तो मैंने उससे बात की. मैं उससे मिलने गयी तो उसने मुझे अपने पास बिठा लिया और …

हेलो, मेरा नाम सोनाली है अंतर्वासना पर मेरी एक कहानी है

इंटरनेट दोस्त के साथ सेक्स का मजा

आ चुकी है। मेरे बूब्स का साइज 32 और मेरे हिप्स का साइज 36 है मैं एकदम भरे हुए जिस्म की औरत हूं।

मुझे देखते ही सब मुझसे अट्रैक्ट हो जाते हैं और मुझे चोदने की ख्याल अपने मन में लाने लगते हैं.

यह अंतर्वासना पर मेरी दूसरी फ्री सेक्स कहानी है. जो मैंने अपनी पहली कहानी लिखी तो मुझे बहुत सारे ईमेल आए। वहां मुझे एक व्यक्ति जिनकी उम्र 40 साल के आसपास रही होगी उनका ईमेल आया वह बहुत ही मैच्योर व्यक्ति थे। उनकी बातों से ही उनका अच्छापन, भलमानसत साफ झलक रहा था. उनकी ईमेल पर मुझसे बहुत अच्छी तरीके से बात हुई. फिर मैंने उन्हें हैंग आउट पर आने को कहा फिर हमारी हैंग आउट पर बात होने लगी.

उस दिन मेरी थोड़ी तबीयत खराब थी. आप समझ रहे हैं ना … लड़कियों की तबीयत हर महीने खराब हो जाती है. उस दिन मेरी तबीयत उसी तरह से खराब थी. मतलब लाल झंडी आई हुई थी.

मैंने उनसे कहा कि आज मेरी तबियत ख़राब है, बाद में बात करूंगी.

उन्होंने मेरी मजबूरी समझी और कहा- ठीक है सोनाली।

मुझे भी लगा कि वे अच्छे इंसान हैं.

फिर मैंने उन्हें एक दिन अपने पास मिलने के लिए बुलाया.

तो उन्होंने मुझसे कहा कि अभी तो मुझे टाइम नहीं है। जैसे ही मैं फ्री होता हूं मैं आपको बताता हूं, मैं आ जाऊंगा.

फिर उनकी और मेरी कॉल पर बात होती रही.

एक दिन उन्होंने मुझसे कहा- सोनाली जी, आप मेरे पास आ सकती हैं क्या?

मैंने उनसे कहा- ठीक है. बताइए कहां आना है मुझे?

और मैं उनके पास मिलने के लिए चली गई. उनकी उम्र 40-42 साल के आसपास रही होगी, थोड़े मोटे से थे लेकिन इंसान बहुत अच्छे थे। इसलिए उनके पास उनसे मिलने के लिए चली भी गई थी.

फिर वे मेरे पास आकर बैठे. उन्होंने मेरा हाथ अपने हाथ में ले लिया और मेरे हाथ पर अपनी उंगलियां फिराने लगे.

मैं भी उनकी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी.

फिर वे मेरे बालों में अपनी उंगलियां फिराने लगे और मेरे होठों पर किस करने लगे. मैंने भी अपने हाथ उनके कंधों पर रख लिए थे और मैं उनके होंठ चूसने लगी.

हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे और एक दूसरे में इस तरह से खो गए हमें पता ही नहीं चला कि हमने कब एक दूसरे के कपड़े उतार दिए. तब हम एक दूसरे के बदन को चूम चाट रहे थे।

यह सब करने से मेरी वासना जाग उठी थी तो फिर मैं उनका लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी. उन्हें भी बहुत मजा आ रहा था. वे भी अपना लंड अपने हाथ में पकड़ कर मेरे मुंह में डालने लगे। थूक का लार मेरे होंठ और उनके लंड से चिपका पड़ा था।

फिर उन्होंने मुझे बिस्तर पर सीधा लेटा दिया और मेरी जांघें फैला दी. मुझे अच्छा तो लग रहा था लेकिन वो इस तरह से मेरी नंगी चूत को घूर रहे थे कि मुझे शर्म आने लगी. मैंने उन्हें रोका तो नहीं पर मैंने अपनी आँखें बंद कर ली.

उन्होंने अपनी उंगली मेरी चूत की दरार पर फिराई तो मेरा पूरा बदन झनझना गया. फिर उन्गोने मेरी चलित को अपनी ऊँगली और अंगूठे के बीच में लेकर मसला तो मेरी सिसकारी निकालने लगी और मेरे चूतड़ अपने आप ही ऊपर को उठाने लगे.

अब तक मेरी चूत कामवासना से पानी छोड़ कर गीली हो चुकी थी और लंड लंड पुकार रही थी.

लेकिन जब मैंने उन्हें देखा कि वे तो मेरी नंगी चूत से खेलने में ही लगे हुए हैं तो मैंने अलसी और कामुकता भारी आवाजा में कहा- अब ऊपर भी आ जाओ ना.

उन्होंने मुस्कुरा कर मेरी आँखों में देखा तो मैं फिर शर्म से पानी पानी होने लगी.

मेरी कामुकता को भाम्प कर वे मेरी नंगी जाँघों के बीच में आये और अपना लंड मेरी चूत की दरार में रगड़ने लगे. अब मुझे गुस्सा आने लगा था कि ये मेरी चूत में अपना लंड घुसा क्यों नहीं रहे हैं.

आखिअर मैंने अपने कूल्हे ऊपर को उचकाये तो उनके लंड का सुपारा मेरी चूत के छेद में फंस गया.

आह … मजा आ गया था मुझे.

मेरी सिसकारी सुन कर उन्होंने एक धक्का लगा कर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया. और साथ ही बहुत तेज तेज धक्के मार मारने लगे.

तेज धक्कों से मुझे दर्द होने लगा, मैं चिल्लाने लगी.

मैंने उनसे कहा- प्लीज आराम से करिए!

फिर वे मुझे मजा दिलाने लगे. मेरे स्तनों पर वे अपना हाथ फिराने लगे.

फिर हमने बहुत देर तक ऐसे ही चुदाई की. उसके बाद उन्होंने मुझे घोड़ी बना लिया और पीछे से अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया. वे मेरी कमर पर किस करने लगे और मेरे हिप्स पर मारने लगे. उन्होंने मुझसे कहा- तुम्हारी कमर बड़ी गोरी है. एकदम चिकनी हो तुम! तुम्हारे पूरे शरीर पर कहीं भी बाल नहीं हैं. इतने बड़े बड़े बूब्स और साथ में चिकनी चूत और एक औरत चोदने में मजा आ रहा है.



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